ले चला जान मेरी रूठ के जाना तेरा
ऐसे आने से तो बेहतर था न आना तेरा
अपने दिल को भी बताऊँ न ठिकाना तेरा
सबने जाना जो पता एक ने जाना तेरा
तू जो ऐ ज़ुल्फ़ परीशान करती है
किसके उजड़े हुए दिल में ठिकाना तेरा
आरज़ू ही न रही सुब्हे-वतन की मुझको
शामे-गुरबत है अजब वक्त सुहाना तेरा
ये समझ कर तुझे ऐ मौत लगा रखा है
काम आता है बुरे वक्त में आना तेरा
क़ाबा-ओ-दैर में या चश्मे-ओ-दिले-आशिक में
इन्हीं दो-चार घरों में है, ठिकाना तेरा
दाग को यूँ वो मिटाते है और फरमाते हैं
तू बदल डाल हुआ नाम पुराना तेरा
~दाग देहलवी
ऐसे आने से तो बेहतर था न आना तेरा
अपने दिल को भी बताऊँ न ठिकाना तेरा
सबने जाना जो पता एक ने जाना तेरा
तू जो ऐ ज़ुल्फ़ परीशान करती है
किसके उजड़े हुए दिल में ठिकाना तेरा
आरज़ू ही न रही सुब्हे-वतन की मुझको
शामे-गुरबत है अजब वक्त सुहाना तेरा
ये समझ कर तुझे ऐ मौत लगा रखा है
काम आता है बुरे वक्त में आना तेरा
क़ाबा-ओ-दैर में या चश्मे-ओ-दिले-आशिक में
इन्हीं दो-चार घरों में है, ठिकाना तेरा
दाग को यूँ वो मिटाते है और फरमाते हैं
तू बदल डाल हुआ नाम पुराना तेरा
~दाग देहलवी