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सोमवार, 25 जनवरी 2021

कोई तो इसका जवाब दे

 मन के पेड़ पर जो पंछी कलरव कर रहे हैं इनको कोई ऐसा दाना डाला जाये जिससे की बार बार दिमाग की नसों में होने वाला स्पंदन सर्वदा के लिए समाप्त हो जाये। क्या उपाय इस ख्वाहिशों के बागीचे में उगे इन मुरझाये पौधों का जिनको सींचते सींचते मनु की मनुष्यता घिसती चली जा रही है। इस भवसागर के अंदर कोई किनारा तो नज़र आना चाहिए बार बार हर बार नहीं हारने वाली दौड़ जिसमें सभी भाग लेते हैं सभी हार जाते हैं सभी को यह गुमान भी रहता है की हम ही जीतेंगे। इन सब सवालों के लिए कोई ऐसा उपाय खोजा जाये जो इन पर पूर्ण विराम लगा दे। उपाय वह कुंजी है जो जन्मों के इस फेर को मिटा देगी......?????~पवन राज सिंह

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