कौल-ओ-करार के कच्चे हैं पर #इश्क़ हमारा सच्चा है
दुनिया में सबसे #खराब हैं पर #यार हमारा अच्छा है
इख़्तियार में सब है उसके चाहे प्यार करे चाहे ठुकरा दे
दर-ए-यार पे अब दम निकले इरादा हमारा पक्का है
हम वो #बिस्मिल #आशिक़ है जो जीते जि फ़ना होयेंगे
उस #कातिल हसीन के कदमों तले सर हमारा रक्खा है
यार का नाम है #जिक्र अपना इश्क़ #इबादत है अपनी
मदीना है #गली यार की और दर-ए-यार हमारा #मक्का है
करने को जो काम आये हैं करके रहेंगे पूरा उसे
शमआ पे फ़िदा हो #परवाना इतना सा हमारा किस्सा है
इश्क़-ए-हक़ीक़ी राज़ है वो जो सीना-ब-सीना चलता है
जिस राह से होकर #वली गुज़रे बस वही हमारा रस्ता है
~पवन राज सिंह
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