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शुक्रवार, 21 अक्टूबर 2022

कलाम 9

 कौल-ओ-करार के कच्चे हैं पर #इश्क़ हमारा सच्चा है

दुनिया में सबसे #खराब हैं पर #यार हमारा अच्छा है


इख़्तियार में सब है उसके चाहे प्यार करे चाहे ठुकरा दे

दर-ए-यार पे अब दम निकले इरादा हमारा पक्का है


हम वो #बिस्मिल #आशिक़ है जो जीते जि फ़ना होयेंगे

उस #कातिल हसीन के कदमों तले सर हमारा रक्खा है


यार का नाम है #जिक्र अपना इश्क़ #इबादत है अपनी

मदीना है #गली यार की और दर-ए-यार हमारा #मक्का है 


करने को जो काम आये हैं करके रहेंगे पूरा उसे 

शमआ पे फ़िदा हो #परवाना इतना सा हमारा किस्सा है


इश्क़-ए-हक़ीक़ी राज़ है वो जो सीना-ब-सीना चलता है

जिस राह से होकर #वली गुज़रे बस वही हमारा रस्ता है

~पवन राज सिंह

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